Bahraich news-एक हफ्ते में 11 बाल विवाह,वन स्टॉप सेंटर ने की काउंसलिंग
क्या सच में समाज एक बेटी को उसका हक उसका सम्मान और उसके स्वास्थ के बारे में सोचता है क्या सच में हम लोग बेटियों के स्वास्थ उनकी किशोरावस्था को समझते है और जागरूक है,भारत में बाल विवाह को रोकने के लिए कड़े कानून है और आज जब हम डिजिटल दुनिया में जी रहे है तब भी बाल विवाह पर पूरी तरह अंकुश लगाने में नाकाम है।
आज 8 मार्च है आज के दिन महिला दिवस बड़े ज़ोर शोर से मनाया जाता है लेकिन बहराइच से आई बाल विवाह की एक सप्ताह में 11 बाल विवाह की सूचना आपको सोचने पर मजबूर कर देगी। क्या सच में समाज एक बेटी को उसका हक उसका सम्मान और उसके स्वास्थ के बारे में सोचता है क्या सच में हम लोग बेटियों के स्वास्थ उनकी किशोरावस्था को समझते है और जागरूक है,भारत में बाल विवाह को रोकने के लिए कड़े कानून है और आज जब हम डिजिटल दुनिया में जी रहे है तब भी बाल विवाह पर पूरी तरह अंकुश लगाने में नाकाम है।
दरअसल बहराइच् में एक सप्ताह के भीतर 11 बाल विवाह होने की सूचना वन स्टॉप सेंटर को प्राप्त हुई जिसमें मटेरा, देहात कोतवाली,रुपईडीहा थाना क्षेत्र के 4 लड़के लड़के और 7 नाबालिग लड़कियाँ है। महिला कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रबंधक रचना कटियार ने बताया की बहराइच में एक सप्ताह के भीतर 11 बाल विवाह होने की सूचना हमको मिली है जहां मैं अपनी टीम और पुलिस बल के साथ पहुंची हूं। 02/03/2024 को 181 महिला हेल्प लाइन लखनऊ मुख्यालय द्वारा वन स्टॉप सेंटर बहराइच प्रबंधक रचना कटियार को सूचना प्राप्त हुई की कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के बैकुंठा गांव में एक बच्ची जिसकी उम्र लगभग 17 वर्ष है जिसका बाल विवाह कराया जा रहा है कॉल पर सूचना मिलते ही तत्काल वन स्टॉप सेंटर की प्रबंधक रचना कटियार द्वारा कोतवाली देहात थानाध्यक्ष से वार्ता कर नगर क्षेत्राधिकारी राजीव सिसौदिया से फोन कॉल द्वारा बात कर पूरी घटना से अवगत कराया गया और पुलिस के साथ रचना कटियार बच्ची के गाँव मौके पर पहुंची और बच्ची से बात की गयी।बच्ची डर रही थी जिस वजह से बहुत ज्यादा रो रही थी रचना कटियार द्वारा बच्ची की कॉउंसलिंग की गई और समझाया गया की डरने की जरूरत नही है बस इतना बताना है की 18 साल से कम आयु में शादी करना कानून जुर्म है बच्ची ने बताया की उसके पिता शराबी है कोई जिम्मेदारी नही निभाते है हम लोग बहुत गरीब है मेरी माँ स्कूल में रसोईया है उनको जो पैसे मिलते है उन पैसों से घर चलता है गांव वालो और ग्राम प्रधान के सहयोग से ये शादी हो पायी है
बच्ची कक्षा 8 तक जूनियर स्कूल में पढ़ी है इस लिए आयु की जांच का सर्टिफिकेट नही मिल पाया है बच्ची की माँ ने स्वीकार किया है की मेरी बेटी नाबालिग है। फिलहाल विदाई नही हुई है बारात बिना दुल्हन लिए वापस चली गयी, वन स्टॉप सेंटर की प्रबंधक रचना कटियार ने लिखित में इकरारनामा लिखवाया की जब तक बच्ची बालिग नही हो जाती है तब तक विदाई नही होगी उसके पहले अगर विदाई करती है और ऐसी सूचना मिलती है तो आप लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाही की जायेगी लड़की के परिवार वाले कल 011/02/2024 को आयु से संबंधित दस्तावेज वन स्टॉप सेंटर पर आकर प्रस्तुत करेंगे शैक्षिक प्रमाणपत्र मौके पर मौजूद नही था और समय ज्यादा हो जाने की वजह से स्कूल भी बंद हो चुका था। उसी गांव में 6/03/2024 को फिर चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 व देहात संस्था की टीम द्वारा सूचना मिली की बैकुंठा गाँव में आज फिर एक नाबालिग विवाह हो रहा है वन स्टॉप सेंटर की रचना कटियार अपनी टीम और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची बारात की पूरी तैयारी हो चुकी थी बारात को खाना खिला कर वापस कर दिया गया कोई भी रस्मे नही की गयी बच्ची जब बालिग हो जायेगी तब फेरे होंगे और अन्य रस्मे होंगी रुपईडीहा थाना में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष द्वारा नोटिस भी भेजा गया है की बाल विवाह नही होना चाहिए। मौके पर गांव के प्रधान ,बी डी सी के साथ पुलिस बल भी मौजूद रहा।
What's Your Reaction?